Lado Laxmi Yojana: हरियाणा सरकार ने बेटियों के उज्ज्वल भविष्य और उनके आर्थिक सशक्तिकरण के लिए एक बड़ी पहल की है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई हालिया कैबिनेट बैठक में ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ (Lado Laxmi Yojana) को मंजूरी दे दी गई है। यह योजना 25 सितंबर से पूरे राज्य में लागू की जाएगी। सरकार ने इस योजना के लिए 5000 करोड़ रुपये का बजट भी तय कर दिया है, जिससे लाखों बेटियों और उनके परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा।
क्या है लाडो लक्ष्मी योजना?
लाडो लक्ष्मी योजना हरियाणा सरकार की एक नई पहल है, जिसका उद्देश्य बेटियों के जन्म से लेकर उनकी पढ़ाई और स्वास्थ्य तक आर्थिक मदद देना है। इस योजना के तहत सरकार बेटियों के खाते में जन्म के समय से ही एक निश्चित राशि जमा करेगी और आगे उनकी शिक्षा या अन्य जरूरतों के लिए किस्तों में आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
इस योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य है –
- बेटियों के जन्म को प्रोत्साहन देना।
- लिंगानुपात सुधारना।
- बेटियों को पढ़ाई और स्वास्थ्य के लिए मदद उपलब्ध कराना।
- बाल विवाह पर अंकुश लगाना।
Lado Laxmi Yojana के मुख्य लाभ
- बेटियों के जन्म पर आर्थिक मदद – बेटी के जन्म होते ही परिवार को शुरुआती आर्थिक सहायता मिलेगी।
- शिक्षा के लिए प्रोत्साहन राशि – बेटी के स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई के अलग-अलग चरणों में राशि ट्रांसफर की जाएगी।
- स्वास्थ्य व पोषण पर फोकस – गर्भावस्था से लेकर बच्ची के 18 साल तक स्वास्थ्य एवं पोषण योजनाओं का लाभ।
- सीधा बैंक खाते में पैसा – सारी राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से दी जाएगी।
कौन होंगे पात्र
- हरियाणा के निवासी परिवार जिनकी बेटी 25 सितंबर 2025 के बाद पैदा होगी।
- गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS/BPL) के परिवार।
- परिवार के पास आधार व बैंक खाता होना अनिवार्य।
- बेटी का जन्म हरियाणा के किसी भी सरकारी/मान्यता प्राप्त अस्पताल में होना जरूरी।
Lado Laxmi Yojana आवेदन प्रक्रिया
सरकार ने संकेत दिया है कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन पोर्टल के जरिए होगी। परिवार अपनी बेटी के जन्म के 60 दिनों के भीतर योजना में रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
- आवेदक को परिवार पहचान पत्र (PPP), आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और जन्म प्रमाणपत्र अपलोड करना होगा।
- आवेदन की स्थिति पोर्टल और मोबाइल ऐप दोनों पर देखी जा सकेगी।
5000 करोड़ रुपये के बजट का मतलब
सरकार ने इस योजना के लिए 5000 करोड़ रुपये का भारी-भरकम बजट तय किया है। इसका सीधा असर राज्य के लाखों परिवारों पर पड़ेगा। यह बजट केवल एक साल के लिए नहीं, बल्कि अगले कई वर्षों तक इस योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए रखा गया है। इससे हरियाणा में बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर बड़ा निवेश होगा।